
रिपोर्ट- एहतेशाम खान जिला आगर मालवा
आगर मालवा- माँ बगलामुखि मन्दिर की व्यवस्थाओं में अवांछित हस्तक्षेप को लेकर हिंदूवादी संगठनों की नाराजगी और आंदोलन की चेतावनी के बाद अब नलखेड़ा तहसीलदार पारस वैश्य की और से भी पूरे प्रकरण में उनपर लग रहे आरोपो को लेकर अपनी ओर से सफाई दी गई है ।
तहसीलदार का कहना है कि उन पर मंदिर में आरती के दौरान घंटी ना बजाने और घंटी निकाले जाने के जो आरोप लग रहे है वह पूरी तरह से असत्य है और कुछ लोगो द्वारा मेरा स्थानान्तरण कराने के उद्देश्य से इसे राजनीतिक रूप दिया गया है और सीसीटीवी फुटेज में सारी सत्यता है ।
हम आपको बता दे कि मां बगलामुखी भक्त मंडल के साथ ही हिंदूवादी संगठनों ने यह आरोप लगाते हुए 7 अप्रैल को एसडीएम और पुलिस थाने में तहसीदार के खिलाफ कुछ आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के तहत कार्रवाही कर उन्हें निलंबित करने का आवेदन दिया था और मांगे ना माने जाने पर चरणबध्द आंदोलन की चेतावनी भी दी थी और उसके बाद 8 अप्रैल को माँ बगलामुखी मंदिर में महाआरती का आयोजन भी रखा गया था जिसमे बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए थे ।
हिंदूवादी संगठनों ने तहसीलदार पर आरोप लगाया है कि तहसीलदार पारस वैश्य द्वारा दिनांक 07/04/2023 को मंदिर के गर्भ गृह के सामने लगी मुख्य घण्टी आरती के समय भक्तों को यह कह कर बजाने से रोक दिया गया और यह घण्टी निकाल ली गई कि इस समय कोई वीआईपी मंदिर में है इसलिए आप लोग यह घण्टी नही बजा सकते है ।
वहीँ पूर्व में भी मंदिर पुजारी को परम्परा के खिलाफ जाते हुए मां बगलामुखी के शयन के बाद भी कैमरा चालू रखने के नोटिस दिये गये हैं।
पारस वैश्य द्वारा मंदिर पर लगातार पूर्ववत्त व्यवस्था को बिगाड़ कर अपने हिसाब से व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे हम सभी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है।
इसके बाद अब तहसीदार पारस वैश्य की ओर से उन पर लग रहे आरोपो के संदर्भ में यह सफाई दी गई है ।
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