शासन की योजनाएं महिलाओं के लिए कब बनेगी वरदान,

इंडिया न्यूज़ दर्पण/अनिल दवन्डे बैतूल
प्रभात पट्टन। ग्रामीण विकास की शासन के पास अनेकों महत्वकांक्षी योजनाएं है किंतु क्रियान्वयन की खामियों के चलते इसका लाभ जरूरतमंदो तक नहीं पहुंच पा रहा है। प्रभात पट्टन ब्लाक के ग्राम तिवरखेड़ में अव्यवस्थाओं का ऐसा आलम है कि यहां शासन की महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना का लाभ महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है। अभी भी महिलाएं योजना का लाभ लेने के लिए पंचायत के चक्कर लगा रही है। इस संबंध में अपनी आपबीती सुनाते हुए गीता पति एकनाथ फाटे ने बताया कि वह पिछले 4 महीने से पंचायत के चक्कर काट रही है, लेकिन उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में उन्होंने सरपंच सचिव से शिकायत भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया। जबकि गांव की ही वच्छला रामा ने बताया कि उसे 6 सालों से वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थी, जो कि पिछले 2 महीने से उसे नहीं मिली है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत उसका पक्का घर पास हुआ था, अपना कच्चा घर तोड़ कर पक्का घर बनाना शुरू कर दिया, लेकिन घर की अंतिम किश्त नहीं मिलने के कारण मकान का काम पूरा नहीं हो पाया, जिसके चलते वर्तमान स्थिति में वह अपने भाई के साथ अस्थाई झोपड़ी नुमा घर में रहने को मजबूर है।
*इनका कहना है….*
मैंने जुलाई में ग्राम पंचायत का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया है, इस संबंध में मुझे जानकारी नहीं है, जल्द ही महिलाओ से मिलकर उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
*कैलाश सूर्यवंशी ग्राम सचिव तिवरखेड़*
वच्छला रामा के प्रधानमंत्री आवास की अंतिम किश्त आना शेष है, जिसके लिए पंचायत की ओर से सभी प्रक्रिया पूरी कर दी गई है। सचिव के नही होने की कारण अंतिम किश्त नहीं डल पाई थी। गीता बाई को लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलने की जानकारी नहीं है। आवास के लिए प्रतीक्षा सूची में नाम है।
*वंदना जगदीश हुरमाड़े*
*सरपंच ग्राम पंचायत तिवरखेड़*
नोट :- अन्य अपडेट लगातार पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें| आप हमें ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं| नवीनतम वीडियो न्यूज देखने के लिए हमें यूटूब (Youtube) पर सब्सक्राइब करें।



