बैतूलमध्य प्रदेश

भैंसदही जनपद की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का अंबार

भैंसदही जनपद की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का अंबार लग रहा, मुख बधीर बन कर बैठा है जनपद और जिला पंचायत प्रशासन।

 

अनिल दवन्डे बैतूल

 

भैंसदेही :- बैतूल जिले की जनपद भैंसदही की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का अंबार लग रहा है। हाल ही में हुए 11 लाख के सैरीगेशन सेड ग्राम पंचायत धूड़िया नई का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ। जिसकी जाँच का आश्वासन दिए जिमेदारों को लगभग 8 दिन बीत चुके परन्तु आए दिन नया नया बहाना बना कर टाल दिया जा रहा है। और अब ग्राम पंचायत झल्लार में बने पुस्तकालय भवन का मामला सामने आ गया। बताया जा रहा कि जिसे 15 वित्त और मनरेगा के संयुक्त मद से पुस्तकालय भवन का निर्माण लगभग 9 लाख रुपये की लागत से होना था। जिसकी स्वीकृति सत्र 20-21 में ली गई थी। जिसके बाद से वर्तमान समय तक पुस्तकालय भवन निर्माण अपने ही निर्माण पर आंसू बहा रहा है। परंतु जनपद भैंसदेही एवं जिला पंचायत के जिम्मेदार निर्माण पर ध्यान देना भी गवारा नही समझ रहे।

 

*ग्रामीणों का निर्माण के प्रति नजर आया रोष*

ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी में सामने आया कि पुस्तकालय निर्माण का कार्य पिछले दो-तीन सालों से चल रहा है।परंतु अभी तक वह पूरा नहीं हुआ जिससे कि जितना निर्माण हुआ है वह भी धीरे-धीरे खंडहर बनते जा रहा है। अभी तक स्लेप भी नही डाला गया है।जिमेदारों ने शासन की राशि का बंदरबांट कर लिया गया है। और निर्माण को कागजो में पूरा दिखा दिया गया होंगा। कोई भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहा। पंचायत में भी कई बार मौखिक शिकायत कर चुके है। हाल ही में जिले से भी अधिकारियों दौरा हुआ था।जिन्होंने स्कूल का भी निरीक्षण किया गया था। उनकी भी नैतिक जिम्मेदारी थी कि अधूरे काम पर ध्यान देकर जिम्मेदारों से उसकी जानकारी लेते क्योंकि वह निर्माण भी स्कूल से थोड़ी ही दूरी पर कराया गया है। जिसे स्कूल बाउंड्री में प्रवेश करते ही आसानी से देखा जा सकता है । पर जिले से आए जिम्मेदार अधिकारियों ने भी पुस्तकालय भवन निर्माण को अनदेखा कर दिया।

 

*इनका कहना है*

पुस्तकालय भवन का निर्माण पूर्व सचिव श्रीनिवास खाड़े के कार्यकाल में कराया गया है। मुझे आए लगभग 2 माह ही हुआ है इसकी मुझे पूरी जानकारी नहीं है पता करता हूं।

*देवेंद्र सोनी*

*ग्राम पंचायत सचिव*

 

जनपद प्लस मनरेगा मद से सत्र 2020 21 में लगभग 9 लाख रुपए की स्वीकृति से बनकर तैयार होना था भुगतान कितना हुआ इसकी मुझे पूरी जानकारी नहीं है क्योंकि मुझे पंचायत छोड़े लगभग देड़ साल हो चुके है। उस समय इंजीनियर अखिलेश चावरे सर थे। पंचायत में फाइल है उससे पूरी जानकारी मिल जाएंगी।

India News Darpan

नोट :- अन्य अपडेट लगातार पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें| आप हमें ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं| नवीनतम वीडियो न्यूज देखने के लिए हमें यूटूब (Youtube) पर सब्सक्राइब करें।

Related Articles

Back to top button