झूल रहे जर्जर तार, खतरे की बढ़ी आशंका

ब्यूरो रिपोर्ट सत्येंद्र कुमार दुबे कुशीनगर।
कुशीनगर: झूल रहे जर्जर तार, खतरे की बढ़ी आशंका-पडरौना (कुशीनगर)। शहर में लगे ज्यादातर तार-खंभे 70 के दशक से भी पुराने हैं। अब वे जर्जर हो चुके हैं। इतने वर्षों में सड़कें बनने और उनके उच्चीकरण से जमीन से तारों की ऊंचाई कम रह गई है।इन दिनों तेज हवा चलने से इनके टूटने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। बिजली निगम की तरफ से इन्हें बदला नहीं जा रहा है।
पडरौना शहर में वर्षों पुराने बिजली के पोल तथा जगह-जगह झूल रहे तारों के कारण शहरवासी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। नगर के कई स्थानों पर झूलते तार और झुके पोल के कारण हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। आबादी क्षेत्र में हैवी लाइन को हटाने, झूलते तारों को ऊंचा कराने और झुके पोल की जगह नए पोल लगवाने में बिजली निगम रुचि नहीं ले रहा है। जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नगर से होकर गुजर रहे बाईपास के अलावा शहर सहित अन्य सड़कों से प्रतिदिन भारी वाहनों का आवागमन रहता है। इन वाहनों की आवाजाही के कारण झूलते तारों से हादसे होने की आशंका बनी हुई है। कई बार बड़े वाहनों में झूलते तार फंस जा रहे हैं, जिससे बिजली गुल हो जा रही है। यह स्थिति सड़कें ऊंची हो जाने और ओवरलोड वाहनों के चलते उत्पन्न हुई है। फाल्ट होने के बाद उन्हें समय सेठीक नहीं किया जाता। सबसे दयनीय स्थिति रात में होती है, जब भारी वाहनों में फंसकर या तेज हवा के चलते तार टूटकर गिर जाते हैं तो बिजली निगम के अभियंता उसे ठीक नहीं कराते। अधिकतर मामलों में उपभोक्ताओं को रात भर अंधेरे में गुजारनी पड़ती है। इन दिनों भी इन तारों में फाल्ट हो जाने पर उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।एक साल पहले भेजा था प्रस्ताव, स्थिति जस की तस
शहर के कई स्थानों पर जर्जर तार और पोल हैं, जिसे बदलने के लिए बिजली निगम की तरफ से एक साल पहले ही प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए भेजा गया है। ताकि उन्हें ठीक करा दिया जाए, लेकिन अब तक किसी ने सुधि नहीं ली। बिजली उपभोक्ता शुभम वर्मा, सुधांशु श्रीवास्तव, महेश राजभर, गोविंद पटेल, ऋषभ सहित कई लोगों ने बताया कि पडरौना के रामकोला रोड, कोतवाली रोड, धर्मशाला रोड, जटहां बाजार रोड, मेन बाजार रोड, कुबेरस्थान रोड, कसेरा टोली रोड सहित कई मार्गों पर सड़क के किनारे लगे तार-पोल जर्जर हो गए हैं, जो अक्सर टूटकर गिरते रहते हैं। लोग बाल-बाल बचते हैं। जनहित में इन्हें बदलना जरुरी है।कोट
शहर के जर्जर तार-पोल बदले जाने हैं। इसकी प्रक्रिया चल रही है। नगर निकाय चुनाव के बाद जर्जर तारों और खंभों को बदला जाएगा।
इंदराज यादव, एक्सईएन विद्युत
नोट :- अन्य अपडेट लगातार पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें| आप हमें ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं| नवीनतम वीडियो न्यूज देखने के लिए हमें यूटूब (Youtube) पर सब्सक्राइब करें।


