जनपद गाजियाबाद जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षा में कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति

जनपद गाजियाबाद जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षा में कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति
इंडिया न्यूज़ दर्पण गाजियाबाद ब्यूरो नरेंद्र बंसल
एवं जिला पोषण समिति की बैठक संपन्न स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यक्रमों/योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने की करें कार्यवाही- डीएम राकेश कुमार सिंह टीकाकरण बच्चों के स्वास्थ्य एवं भविष्य के लिए जरुरी- डीएम राकेश कुमार सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जन सामान्य के लाभार्थ संचालित की जा रही स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आज जिला स्वास्थ्य समिति एवं जिला पोषण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में संपन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यक्रमों/योजनाओं की गहनता के साथ समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रेडिंग सिस्टम के माध्यम से चिन्हित करते हुए अच्छा प्रदर्शन करने वाली आशाओं एवं एएनएम को प्रोत्साहित करना है एवं खराब प्रदर्शन करने वाली आशाओं एवं एएनएम को सुधार का मौका देते हुए सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मातृ मृत्यु के संबंध में समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक मातृत्व मृत्यु होने पर संबंधित कर्मचारी द्वारा अगर लापरवाही प्रतीत होती है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिला स्तरीय एमएमजी चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय एवं संयुक्त चिकित्सालय में गर्मी के कारण ज्यादा इंतजार न करना पड़े इस हेतु अगले 15 दिनों में डिजिटल टोकन सिस्टम अनिवार्य रूप से क्रियाशील कर दिया जाए जिससे पंजीकरण काउंटर एवं दवा वितरण काउंटर पर लगने वाली भीड़ व मरीजों को अनावश्यक गर्मी में इंतजार न करना पड़े। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को शत-प्रतिशत भुगतान समय से दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। पीसीपीएनडीटी एवं परिवार नियोजन के कार्यों में और सुधार लाए जाने हेतु निर्देश दिए गए। उन्होंने निर्देशित किया कि अधिक से अधिक टेली कंसल्टेशन को बढ़ावा दिया जाए। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने लक्ष्य तय करते हुए आंगनवाड़ी केंद्रों एवं स्कूलों को भ्रमण कर समस्त बच्चों की स्क्रीनिंग करते हुए आवश्यक उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत 06 माह से 06 साल तक के बच्चों को आईएफ़ए सिरप उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए। जिला पोषण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि एनआरसी में बेड ऑक्युपेंसी शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने बढ़ते कोरोनावायरस को दृष्टिगत रखते हुए निर्देश दिए कि सजग होकर कार्य करें। उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी तैयारियों, संक्रमित व्यक्तियों की जाँच, टीकाकरण, आक्सीजन की उपलब्धता आदि के संबंध में समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संक्रमण से बचाव हेतु शासन द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन करने एवं लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि विगत कुछ दिनों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में तीव्र वृद्धि हुई है जिसको देखते हुए आवश्यक है कि इस महामारी के प्रबंधन हेतु सभी आवश्यक तैयारियाँ समयबद्ध रूप से पूर्ण कर ली जायें ताकि आवश्यकता पड़ने पर जन सामान्य को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कोविड प्रयोगशालाओं की पूर्ण सक्रियता सुनिश्चित करें एवं विभिन्न सरकारी तथा निजी चिकित्सालयों की ओ0पी0डी0 तथा इनडोर इकाइयों द्वारा संसूचित सभी लक्षण युक्त व्यक्ति, जिनमें खाँसी, बुखार अथवा सांस लेने में कठिनाई के लक्षण पाए गए हों की कोविड-19 रोग हेतु जाँच चिन्हीकरण के 24 घंटे के भीतर अनिवार्य रूप से करा ली जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में बेहतर ढंग से कार्य किए जाएं जिससे लोगों को अच्छी सेवा मिले। जलवायु परिवर्तन को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि लू से बचाव बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। विद्यालय में बच्चों को प्रार्थना के समय लू से बचाव के संबंध में जागरूक किया जाए। चिकित्सालय में लू से संबंधित दबाएं एवं बचाव उपकरण मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है कि युद्ध स्तर पर तैयार होकर कार्य करें। जिला पोषण समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि जनपद में 120176 बच्चों के पंजीकरण के सापेक्ष 581 बच्चों को ही आंगनबाडी कार्यकत्री के द्वारा सैम चिन्हित किया गया है। माह मार्च में 900 बच्चे सैम चिन्हित थे। परन्तु माह अप्रैल में मात्र 581 सैम बच्चों को चिन्हित किया गया है जो डाटा सही नही प्रतीत हो रहा जिस पर जिलाधिकारी ने पुनः सभी बच्चों का वजन एवं लम्बाई/ऊचॉई कराकर डाटा फीड कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के द्वारा बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि आर0बी0एस0के0 की टीम के माध्यम से आंगनबाडी केन्द्रों के सभी पंजीकृत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, बच्चों की वास्तविक उपस्थिति के सम्बन्ध में सही सूचना प्राप्त कर उचित कार्यवाही करें। जिलाधिकारी के द्वारा बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि ए0एन0एम0 के द्वारा सैम-मैम बच्चों को चिन्हाकन एवं प्रबन्धन किया जाए। ई-कवच पोर्टल पर माह मार्च, 2023 में 957 बच्चे फीड किये गये थें, सबसे खराब प्रर्दशन शहरी क्षेत्र की ए0एन0एम0 का रहा हैैै। मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया कि एन0आर0सी0 में उचित प्रबन्धन हेतु केयर टेकर की नियुक्ति कर ली गयी है। एन0आर0सी0 में कोई बेड खाली न रहे के सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी को सैम बच्चों को रेफर करने हेतु निर्देशित करने के निर्देश दिए गए। एन0आर0सी0 में पिछले माह कि तुलना में इस माह बच्चों की संख्या में बढोत्तरी पायी गयी। जिलाधिकारी ने निगरानी समिति को निर्देशित किया कि आंगनबाडी केन्द्र पर पोषाहार वितरण अपने समक्ष कराये एवं पोषाहार का सत्यापन भी प्रत्येक माह करे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 भवतोष शंखधर, एसीएमओ डॉ0 डीएम सक्सेना, डीएसओ डॉ0 आर0के0 गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जी0के0 मिश्रा, डब्ल्यूएचओ से डॉ0 अभिषेक कुलश्रेष्ठ, समस्त चिकित्सा अधीक्षक एवं सीएचसी पीएचसी के एमओआईसी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे
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