
लुधियाना, 30 दिसंबर (दिनेश गुप्ता) कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण के जरिए किसानों के उत्थान के लिए कृषि मशीनरी और डेयरी टेक्नोलॉजी पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी 20-22 जनवरी, 2023 को लुधियाना प्रदर्शनी केंद्र, साहनेवाल, लुधियाना में आयोजित की जाएगी।
यह एक्सपो का तीसरा संस्करण है, जिसका आयोजन उड़ान मीडिया एंड कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा खेतीबाड़ी और किसान भलाई विभाग, भारत सरकार; भारतीय मानक ब्यूरो; पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी और आईसीएआर के सहयोग से किया जा रहा है।
एक्सपो का आयोजन पंजाब स्टेट एग्रीकल्चर इम्प्लीमेंट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के सहयोग से किया जा रहा है और इसे एग्रीकल्चरल मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन का भरपूर समर्थन प्राप्त है।
इस अवसर पर पंजाब स्टेट एग्रीकल्चर इम्प्लीमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (PSAIMA) के चेयरमैन बलदेव सिंह ने कहा कि ‘इंडिया एग्री प्रोग्रेस एक्सपो- 2023’ एक मंच के रूप में प्रतीक बन गया है, जहां किसान नवीनतम तकनीकी उत्पादों का अनुभव कर सकते हैं, जिससे उनकी उत्पादन क्षमताओं में बढ़ोतरी के लिए उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में सक्षम बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं कि भारत सरकार कृषि उद्योग और भारत के किसानों को कई तरह से बढ़ावा दे रही है। इसलिए इस प्रदर्शनी का आयोजन करके कृषि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी एक कदम आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे नई प्रौद्योगिकियों की प्रगति के साथ कृषि के स्तर में तेजी आएगी।
बलदेव सिंह ने कहा कि ‘इंडिया एग्री प्रोग्रेस एक्सपो- 2023’ वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है, जहां किसान, कृषि मशीनरी निर्माता, नीति निर्माता और स्पेयर पार्ट्स उद्योग इकट्ठा होंगे और इससे कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
एग्रीकल्चरल मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन-इंडिया (एएमएमए, इंडिया) के सचिव सरबजीत सिंह कहा कि इस एक्सपो में प्रदर्शक ऐसी मशीनरी प्रदर्शित करेंगे, जो किसानों के लिए उनकी फसलों के साथ-साथ डेयरी के प्रबंधन में भी लिए फायदेमंद होंगी।
उन्होंने कहा कि पराली के प्रबंधन, सिंचाई प्रणाली, ड्रोन तकनीक आदि से संबंधित मशीनरी को यहां प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, आज किसान मजदूरों की कमी का सामना कर रहे हैं और ऐसे में मशीनें मजदूरों की कमी को दूर करने में किसानों की मदद करेंगी।
आईसीएआर के डॉ. राजवीर सिंह ने कहा कि चूंकि भारत सरकार ने वर्ष 2023 को बाजरा वर्ष के रूप में घोषित किया है, इसलिए हम बाजरा की फसल के उपयोग और लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इस मंच का उपयोग करेंगे।
पीएयू के डॉ. महेश नारंग ने कहा कि हरित क्रांति के बाद बाजरे की खेती में काफी कमी आई है और आज बाजरा की फसल को बढ़ावा देना समय की मांग है।
उड़ान मीडिया एंड कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर जीएस ढिल्लों ने कहा कि इंडियन एग्री प्रोग्रेस का तीसरा संस्करण 20-22 जनवरी को लुधियाना प्रदर्शनी केंद्र में बड़े पैमाने पर आ रहा है, जिसमें पूरे भारत के 200 निर्माता कृषि और इससे जुड़ी श्रेणियों मेंनअपने नवीनतम उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान कंबाइन, ट्रैक्टर, सुपर सीडर, स्ट्रॉ रीपर, लेजर लेवलर, थ्रेशर, पावर टिलर, डिस्क हैरो, स्प्रेयर इत्यादि जैसे कृषि मशीनरी के 3000 से अधिक उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही शीर्ष गुणवत्ता वाले प्रोम डेयरी उपकरण, फूड प्रोसेसिंग मशीनरी का प्रदर्शन भी किया जाएगा। .
उन्होंने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि यह प्रदर्शनी भारतीय एसएमई क्षेत्र को अपने उद्योग को उन्नत करने के साथ-साथ ‘मेक इन इंडिया’ के हमारे सपने के लिए सहायक कदम बनेगी।
उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी कृषि और डेयरी के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों, डीलरों और वितरकों के लिए खुली है और हमें उम्मीद है कि लगभग 50,000 विजिटर्स इस भव्य शो में भाग लेंगे। शो में लगभग 2000 डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर आ रहे हैं। डीलरों और वितरकों को शेरपुर चौक से प्रदर्शनी केंद्र तक आने-जाने के लिए शटल सेवा प्रदान की जाएगी।
इस दौरान अन्य के अलावा, पीएसएआईएमए के प्रधान संतोख सिंह, पीएसएआईएमए के महासचिव अदविंदर सिंह और पीएसएआईएमए के कोषाध्यक्ष राजेश पंजू भी मौजूद रहे।
इंडिया न्यूज दर्पण लुधियाना दिनेश गुप्ता
नोट :- अन्य अपडेट लगातार पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें| आप हमें ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं| नवीनतम वीडियो न्यूज देखने के लिए हमें यूटूब (Youtube) पर सब्सक्राइब करें।