उत्तर प्रदेश
Trending

“बतौली महाविद्यालय में वित्तीय साक्षरता पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ”

प्रथम दिवस वित्तीय साक्षरता की आवश्यकता एवं महत्व, शासन की विभिन्न बीमा योजनाएं एवं साइबर सुरक्षा शीर्षक पर हुआ व्याख्यान”

रिपोर्टर रवि गोस्वामी सरगुजा,

सरगुजा /बतौली:- भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई के संयुक्त तत्वावधान में शासकीय महाविद्यालय बतौली (सरगुजा) में वित्तीय साक्षरता पर तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन 7 अगस्त 2024 को हुआ जिसका शीर्षक- “Al- Driven Finencial Empowerment: Fintech for All” है।

उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेश चंद्र गुप्ता पूर्व अध्यक्ष जन भागेदारी समिति एवं अध्यक्षता प्रो बी. आर. भगत प्राचार्य, विशिष्ट अतिथि सुदामा गुप्ता वरिष्ठ साहित्यकार बतौली, डॉ. टिके सिंह सहायक प्राध्यापक एवं सह- निदेशक फाइनेंसियल इंपावरमेंट प्रोजेक्ट पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, दुर्गा प्रसाद शर्मा (समर्पित एन.जी.ओ.) प्रो. बलराम चंद्राकर, श्रीमती सुभागी भगत, सुश्री मधुलिका तिग्गा, सुश्री शिल्पी एक्का, जिवियन खेस मंचासीन थे। उद्घाटन समारोह में सरस्वती वंदना बी. एससी. प्रथम वर्ष की निर्मला ने और छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत बी. ए. अंतिम एवं द्वितीय वर्ष की छात्रा होलिका पैकरा, स्नेहा पैकरा एवं खूशबू प्रजापति ने प्रस्तुत किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि सुरेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि जीवन में वित्तीय प्रबंधन का एक विशेष महत्व है। बजट बनाकर कम आमदनी में भी बेहतर जीवन और सुविधाएं प्राप्त किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि सुदामा राम गुप्ता ने जीवन में बचत का महत्व निरूपित करते हुए कहा कि हमें जरुरत के अनुसार साधनों का क्रय करना चाहिए। प्राथमिकता के अनुसार हमें जीवन उपयोगी वस्तुओं का खरीदना चाहिए।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी.आर. भगत ने कहा कि विद्यार्थियों को छात्र जीवन से ही वित्तीय प्रबंधन के बारे में सजग रहने की आवश्यकता है। इस प्रकार के कार्यशाला से जनजातीय क्षेत्रों के विद्यार्थियों को वित्तीय प्रबंधन करने में विशेष सहायता मिलेगा। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला के सह-संयोजक प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने किया एवं श्रीमती सुभागी भगत ने अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया।

वित्तीय साक्षरता के तीन दिवसीय कार्यशाला के प्रथम सत्र में “वर्तमान समय में वित्तीय साक्षरता की आवश्यकता एवं महत्व” शीर्षक पर प्रो. बलराम चंद्राकर ने व्याख्यान दिया। द्वितीय सत्र में शालिनी गुप्ता ने “शासन द्वारा संचालित विभिन्न बीमा योजनाएं” शीर्षक पर व्याख्यान दिया जिसमें शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए उनके उपयोगिता एवं महत्व पर प्रकाश डाला। तृतीय सत्र में “साइबर सुरक्षा” शीर्षक पर व्याख्यान हुआ जिसमें शालिनी गुप्ता ने साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए साइबर सुरक्षा के महत्व पर व्याख्यान दिया।

उक्ताशय की जानकारी देते हुए कार्यशाला के सह-संयोजक प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने बताया कि तीन दिवसीय इस कार्यशाला में प्रत्येक दिवस वित्तीय साक्षरता पर चार व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। “Al- Driven Finencial Empowerment: Fintech for All “ शीर्षक पर आयोजित कार्यशाला के अंतिम दिवस 09 अगस्त को समापन होगा। यह कार्यक्रम विशेष रूप जन जातीय बहुल क्षेत्रों के विद्यार्थी के तैयार किया गया है ताकि उनमें वित्तीय साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाया जा सके।

India News Darpan

नोट :- अन्य अपडेट लगातार पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें| आप हमें ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं| नवीनतम वीडियो न्यूज देखने के लिए हमें यूटूब (Youtube) पर सब्सक्राइब करें।

Related Articles

Back to top button