कड़ाके की ठंड में एक धोती पहन अयोध्या की पैदल यात्रा कर रहे कर्नाटका के ‘गांधी’।

अयोध्या संवाददाता रवि शुक्ला – 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर का उद्घाटन को होना है। इससे पहले ही वहां श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी है। देश के कोने कोने से भगवान श्री राम के भक्त पैदल ही अयोध्या पहुंच रहे है। ऐसे ही एक राम भक्त हैं मुर्तना, जो कर्नाटक से महत्मा गांधी जी के वेष में राम नगरी अयोध्या के लिए निकल पड़े हैं। उनके हाथों में लाठी, कमर पर घड़ी और आंखों पर महत्मा गांधी जी जैसा चश्मा है। भगवान राम के ये भक्त अपने शरीर पर बापू की तरह ही धोती भी लपेटे हुए हैं आधुनिक गांधी के नाम से मशहूर राम भक्त मुर्तना पैदल ही दो किलो मीटर का सफर तय कर अयोध्या के लिए निकले है। कर्नाटक से अयोध्या के लिए उन्होंने 9 दिसंबर 2023 को अपनी पद यात्रा की शुरुआत की है। राम भक्त मुर्तना का एक ही लक्ष्य है कि 22 जनवरी से पहले उन्हे राम नगरी अयोध्या पहुंचना है 50 वर्षीय राम भक्त मुर्तना कर्नाटक के रहने वाले हैं। उम्र के इस पड़ाव में भी उनका जज्बा किसी नौजवान से कम नहीं है। क्योंकि वह 2000 किलो मीटर की दूरी पैदल तय कर रहे हैं। राम भक्त मुर्तना अभी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंचे हैं। राम भक्त मुर्तना प्रयागराज के माघ मेले में महात्मा गांधी की वेशभूषा में नजर आए। इससे लोगों की निगाहें उन पर जाकर ठहर गईं। कर्नाटक के मुर्तना महत्मा गांधी जी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने अपनी इस पैदल यात्रा के पीछे का मकसद राष्ट्र पिता के विचारों को लोगों तक पहुंचाना बताया है जहां हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। इस ठंड में भी उनके बदन पर महज धोती है। अभी मुर्तना पद यात्रा की दूरी 170 किलोमीटर बची है। जिसको यह तीन से चार दिन में पूरी कर लेंगे। मुर्तना जिस भी जिले में जा रहे हैं वहां के लोग उनका जोर-शोर से स्वागत कर रहे हैं। लोग उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं। उनका वेष हर किसी को गांधी जी की याद दिला रहा है। रास्ते पर जब वो चलते हैं तो गांधी जी की तरह ही राम नाम के जाप का उच्चारण कर रहे हैं। उनके हाथों में आदर्श राम राज्य के बारे में लिखी तख्तियां भी हैं। फिलहाल उनका लक्ष्य पैदल अयोध्या पहुंचने का है, वो भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले आपको बता दें कि बीते दिन प्रयागराज पहुंचकर मुर्तना ने यहां के कमिश्नर से मुलाकात की। कमिश्नर ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया, साथ ही कपड़े देते हुए उसे पहनने की अपील की। हालांकि राम भक्त मुर्तना ने कहा कि उनके पास जीतने वस्त्र हैं वो पर्याप्त हैं। वहीं विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यकर्ता ने उनको प्रयागराज में आश्रय दिया है।
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