मथुरा के ढाबा होटल से सेक्स रैकेट पांच लड़कियां रेस्क्यू |

राजीव सिंहल पत्रकार मथुरा
प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए बिहार, छत्तीसगढ़ की लड़कियों को दिल्ली की एक लड़की की शिकायत से रैकेट का राज खुला दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे पर कुछ होटल -ढाबा पर देव व्यापार का धंधा चल रहा है | दिल्ली की एक संस्था ने पुलिस की मदद से यहां तीन लड़कियों का रेस्क्यू किया | पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है |सामने आया कि दिल्ली की प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए बिहार,छत्तीसगढ़ और झारखंड की लड़कियों को जॉब के नाम पर दिल्ली लाते हैं | फिर उन्हें सेक्स रैकेट में दाखिल किया जाता है | झारखंड की लड़की ने कहा मेरी बहन बंधक है | एक हफ्ते पहले दिल्ली में बाल कल्याण समिति के पास झारखंड की एक लड़की पहुंची | जहां उसने समिति के सदस्यों को बताया कि उसकी नाबालिक बहन को कहीं बंधक बनाकर रखा हुआ है और उसे गलत काम कराया जा रहे हैं | उसने मोबाइल पर बात हुई है उसे लगता है कि उसकी बहन को दिल्ली आनंद विहार इलाके में रखा गया है |समिति ने लड़की की शिकायत पर मिशन मुक्ति नाम की संस्था में पड़ताल शुरू की टीम को उसकी बहन ने बताया कि उसके पास अलग-अलग नंबर से फोन आते हैं | पीडिता की बहन से नंबर लेने के बाद जब उसकी लोकेशन पता की गई तो वह मथुरा के कोसी कला मैं नेशनल हाईवे की निकली | इसी दौरान पिडिता ने एक बार फिर बहन से बात की पता चला कि वह जहां है | उसे कमरे की खिड़की से भगवान कृष्ण का रथ जैसा बना कुछ दिखाई देता है | पीड़िता से मिली जानकारी के बाद मिशन फाउंडेशन के वीरेंद्र के नेतृत्व में तीन संसदीय की टीम पहुंच गई |जहां से के सदस्यों ने पीडिता की तलाश शुरू कर दी | एक जगह पर रथ जैसा आकृति मिलने के बाद टीम उसके पास बने पहले एक होटल में पहुंची| जो उन्होंने लंच करने के बहाने होटल वाले से लड़की की डिमांड की जिस पर होटल वाले ने मना कर दिया |इसके बाद कुछ आगे बढ़ने पर उनको चौधरी ढाबा मिला | वहां पहुंचने पर पहले टीम ने चाय ऑर्डर की इसके बाद वेटर से लड़की मिलने के बारे में कहा जिस पर कमल नाम के व्यक्ति ने लड़की दिलाने का 6000 रुपये रेट के बारे में बताएं संस्था के सदस्यों को वहां तीन लड़कियां दिखाई गई | लेकिन उनको जिस कि तलाशी थी झारखंड से लाई गयी नाबालिक लड़की की जिसकी शिकायत उसकी बहन ने की थी | इसके दो दिन बाद बुधवार को टीम के सदस्य चौधरी ढावा पर पहुंचे | यहां उनका दुर्गा बाबू नाम का आदमी मिला | जिसे लड़की दिखाई तो वह पीडिता निकली | पुलिस के साथ मिलकर बाल कल्याण समिति को इसकी जानकारी बाल संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश को दी जिस पर आयोग की सदस्य सुनीता चतुर्वेदी ने एसएसपी मथुरा को पुलिस टीम देने के लिए कहा | एसएससी शैलेश पांडे ने छाता थाने के नेतृत्व में सादा वर्दी में पुलिसकर्मी संस्था सदस्यों के साथ भेजें | इसके बाद रात टीम ने ढाबा से नाबालिक लड़कियों को बरामद किया | पुलिस ने वहॉ से वेश्यावृत्ति करने वाले चार आरोपी भी गिरफ्तार किया |संस्था और पुलिस टीम आरोपियों को पकड़ कर कोसी कला थाने ले आई | जहां दुर्गा बाबू ने बताया कि छाता क्षेत्र के न्यू पंजाबी ढाबा पर भी इस काम को अंजाम दिया जा रहा है | सूचना मिलते ही कोसी छाता में बताए गए स्थान पर छापा मारा जहां से पुलिस ने दो नाबालिक सहित तीन लड़कियों को बरामद किया साथ ही एक आरोपी को भी गिरफ्तार हुआ| पुलिस के लिए भी गिफ्त में आए मधुबनी बिहार के रहने वाले दुर्गा बाबू ने बताया कि मानव तस्करी को अंजाम तीन स्टेप में दिया जाता है | पिछले चरण में बिहार,झारखंड, छत्तीसगढ़ में पिछडे हुए इलाके की लड़कियों को चिन्हित किया जाता है | उनको पैसा कमाने का लालच देकर दिल्ली प्लेसमेंट एजेंसी के नाम भेजते हैं| दूसरा चरण होता है यानी इनको ट्रेन हवाई जहाज के जरिए दिल्ली लाया जाता है| किसी बड़े शहर मे भेज दिया जाता है| तीसरा चरण होता है डेस्टिनेशन यानी लड़कियों को वहां पहुंचा दिया जाता है | जहां चलता है देव व्यापार का धंधा लड़कियों को घरों में काम करने के बहाने लाया जाता है | इसके बदले जाने वाले एजेंट को 25 हजार मिलते है |फिर उनसे कराई जाती है वेश्यावृत्ति तस्करी मे धकेला जाता है| लड़कियां अगर बात नहीं मानती तो उनके साथ मारपीट भी की जाती है | एक दिन में 14-14 लोगों के सामने परोसा जाता है |लड़कियों को मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीर ने बताया कि इस पूरे ऑपरेशन को अमित कुमार और मिशन अध्यक्ष की अक्षय पांडे के साथ मिलकर 5 दिनों में अंजाम दिया गया | वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह उनके 15 साल के करियर में पहला मामला है |जिसमें प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए मानव तस्करी और देव व्यापार कराया जा रहा है | वीरेंद्र ने बताया कि उनका कई लड़कियों को दिन में 14-14 आदमियों के सामने भेजा गया दलाल को 1000 रपये लेता है | वीरेंद्र ने बताया कि हाईवे पर इस तरह के काम को बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है | इस काम को अंजाम देने वाला बिहार के कटिहार का रहने वाला दीपक अभी फरार है | दीपक और दुर्गा प्रसाद दिल्ली के नागलोई इलाके में एक फैक्ट्री में काम करते थे|इसके बाद उन्होंने जूता फैक्ट्री खोली लेकिन घाटा हो जाने के बाद दुर्गा प्रसाद मथुरा आ गया और दीपक प्लेसमेंट एजेंसी में काम करने लगा | इसी एजेंसी पर उसमें इस रैकेट की प्लानिंग को समझा वहीं दुर्गा प्रसाद ने दीपक को बताया वह एक ढाबा पर काम कर रहा है| और हाईवे पर होटल ढावे को जानता है | इसके बाद दोनों ने कुछ होटल और ढावे वालों के साथ देव व्यापार का यह धंधा शुरू कर दिया बाल कल्याण समिति दिल्ली के सदस्य सुरेश विमल ने बताया कि हाईवे पर मौजूद होटल ढाबा पर बड़ा चेकिंग अभियान चलाने की जरूरत है| यहां लड़कियों की मानव तस्करी कर लाया जाता है|और उनको जबरन देह व्यापार में ढकेल दिया जाता है | इसमें ज्यादा लड़कियां नाबालिक होती है | पुलिस ने देहव्यापार करने वाले सतवीर ,कमल, दुर्गा बाबू,धर्मेंद्र को कोसी थाना क्षेत्र के चौधरी ढावे से गिरफ्तार किया |इनके पास से दो मोबाइल 14 हजार रुपए व आपत्तिजनक सामान के अलावा शराब,बीयर की बोतल मिली | पुलिस ने थाना कोसी क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए विजय को गिरफ्तार कर लिया है|
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