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कमिश्नर कार्यालय पर धरने मे फ्रांसिसी नागरिक के होने से प्रशासन मे हड़कंप, आईबी-एटीएस कर रही पूछताछ

सदानन्द पाण्डेय/गोरखपुर। गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय पर अपनी कुछ मांगों के लिए अंबेडकर जन मोर्चा के हजारों कार्यकर्ताओं ने धरना दिया था। इस धरने के बीच एक फ्रांस का नागरिक भी था, जो लगातार वीडियो और फोटो बना रहा था। पुलिस की जब नजर पड़ी तो उसे पूछताछ के लिए कैंट थाने ले आई। चौकी इंचार्ज की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हजारों की संख्या में महिला-पुरुष अंबेडकर जन मोर्चा के बैनर तले अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के भूमिहिनों को एक-एक एकड़ जमीन मुहैया कराने को लेकर धरना दे रहे थे। देर रात लगभग 10 बजे डीएम ने मौके पर पहुंचकर जन मोर्चा के लोगों से बात की और उनका ज्ञापन लिया। इसी बीच भीड़ में वीडियो और फोटो बना रहे एक विदेशी नागरिक को देख सबके कान खड़े हो गए। डीएम के आदेश पर कैंट पुलिस ने उसे तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया। थाने लाकर पूछताछ में पता चला है कि वह एक फ्रांस का नागरिक है और उसका नाम हेनाल्ड वेलेंटिन है। वो कुछ दिन पहले ही बिजनेस वीजा पर भारत आया है। हेनाल्ड का वीजा झारखंड के धनबाद के लिए जारी किया गया है। बावजूद इसके वह झारखंड ना जाकर गोरखपुर में मौजूद था। साथ ही धरना प्रदर्शन में शामिल होकर वीडियो और फोटो बना रहा था। पूछताछ में पता चला है कि वह इसके पहले बिहार और झारखंड के कई शहरों में हो रहे धरना प्रदर्शनों में भी शामिल रहा है। पुलिस ने बताया कि उससे पूछताछ जारी है। आखिर वह ऐसा क्यों कर रहा है, इसके पीछे कहीं कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है, सारी जानकारियां जुटाई जा रही है। पुलिस ने दूतावास को भी इसकी जानकारी दे दी है। वहीं पुलिस के अलावा आईबी और अन्य सेल पूछताछ में जुटे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक फ्रांसीसी नागरिक के पास से पासपोर्ट और वीजा मिला है। पासपोर्ट में वैलिडिटी की डेट अक्टूबर 2021 से अक्टूबर 2031 तक की है।बिजनेस वीजा झारखंड के धनबाद शहर का है। आखिर वह क्यों धनबाद न जाकर गोरखपुर में था और इस धरना प्रदर्शन में शामिल होकर वीडियो और फोटो बना रहा था? इस पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया है कि वह भारत में गरीबी और गरीबों के ऊपर शोध कर रहा है। इसी के संदर्भ में वह भारत के कई शहरों में पहले भी आता जाता रहा है। फिलहाल एजेंसी को उसकी बातें संदिग्ध लग रही हैं। इसकी सूचना फ्रांस दूतावास सहित इंटेलिजेंस के सभी विभागों को दे दी गई है।एटीएस,आईबी की फ्रांसिस नागरिक से पूछताछ जारी है। आखिर क्यों और किसके कहने पर वह ये काम कर रहा है। इसके पीछे कहीं कोई बड़ी या गहरी अंतर्राष्ट्रीय साजिश तो नहीं चल रही, ऐसे सभी बिंदुओं पर पूछताछ चल रही है।
चौकी इंचार्ज अभिषेक कुमार सिंह की तहरीर पर विदेशी नागरिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। आंदोलन कर रहे छह अन्य लोगों को भी पुलिस में गिरफ्तार किया है। इसमें जन मोर्चा के मुख्य संरक्षक श्रवण कुमार निराला और पूर्व आईजी एसआर दारापुरी को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा धरने में लेफ्ट के कई कार्यकर्ता और बड़े नेता के शामिल है।

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