चन्दौली में धूमधाम से मनाई गयी भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव

चंदौली। मुगलसराय तहसील क्षेत्र के परोरवा में सर्व ब्राह्मण हितकारणी समिति उत्तर प्रदेश के तत्वधान में भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह का आयोजन हुआ, भगवान परशुराम जन्मोत्सव हवन पूजन मंत्रोचार करके बड़ी ही धूम धाम से मनाया गया ,अक्षय तृतीया के दिन ही मध्यान्ह के समय में भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का जन्म हुआ था।परोरवा में आयोजित समारोह में लोगों ने भगवान परशुराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पूजन किया।
परशुराम जन्मोत्सव समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता पं. शिवलोचन मिश्रा व संचालन पं. राजेंद्र पाण्डेय ने किया,इस मौके पर पंडित सूर्यमुनी तिवारी ने बताया कि परशुराम राजा प्रसेनजित की पुत्री रेणुका और जमदग्नि के पुत्र थे। वे विष्णु के अवतार और शिव के परम भक्त थे। उन्हें भगवान शिव से विशेष परशु प्राप्त हुआ था। इनका नाम तो राम था पर शंकर द्वारा प्रदत्त अमोघ परशु को सदैव धारण किए रहने से ये परशुराम कहलाते थे। परशुराम भगवान विष्णु के दस अवतारों में से छठे अवतार थे, जो वामन एवं रामचंद्र के मध्य में गिने जाते हैं। जमदग्नि के पुत्र होने के कारण इन्हें जामदग्न्य भी कहते हैं।कहा इनका जन्म अक्षय तृतीया (वैशाख शुक्ल तृतीय) को हुआ था। इसीलिए आज का दिन वृत रखने व उत्सव मनाने की प्रथा है। परशुराम का जन्म अहंकारपूर्ण दमन से विश्व को मुक्ति दिलाने के लिए हुआ था। संस्कार जीवन को बहुमूल्य बनाता है भगवान परशुराम जी के जीवन को अपने जीवन में उतारना चाहिए। जन्मोत्सव समारोह में कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
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